Posted on May 11, 2020March 5, 2022 बेटे का फ़ोन जब भी बजती घंटी फ़ोन की वह झट से फ़ोन उठती परदेश से याद किया बेटे ने यह सोच खुश हो जाती बेटे के लफ्ज़ो के लहज़े माँ झट से पहचान जाती कम बोले बेटा तब भी उसकी तबियत भाप जाती न परेशान हो बेटा मेरा इसलिए सब अच्छा है कहती बच्चों की खुशी के कारण माँ दर्द अपना सहती रहती क्यू न बेटे भी अब उन माँओ की तरह ही बन जाते माँ के कुछ न कहने पर भी उसका दर्द पहचान पाते…. #मन घुमक्कड़ Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related
भावों से परिपूर्ण खूबसूरत रचना। बेटे के लफ्ज़ो के लहज़े माँ झट से पहचान जाती कम बोले बेटा तब भी उसकी तबियत भाप जाती LikeLiked by 1 person Reply
भावों से परिपूर्ण खूबसूरत रचना।
बेटे के लफ्ज़ो के लहज़े माँ झट से पहचान जाती
कम बोले बेटा तब भी उसकी तबियत भाप जाती
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Thank you so much
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Swagat apka.
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